पलपल इंडिया प्रतिनिधि, जबलपुर। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) 2024 को लेकर देशभर में स्टूडेंट्स द्वारा प्रोटेस्ट लगातार जारी हैं। नीट-परीक्षा के मामले में सुनवाई जुलाई के प्रथम सप्ताह तक टाल दी गई है । याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया है। एनटीए के रिजल्ट को भी दायरे में रखा गया है।
मप्र हाई कोर्ट में नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट फार यूजी यानी नीट-यूजी के परिणाम के मामले में सुनवाई जुलाई के प्रथम सप्ताह तक टल गई है। न्यायमूर्ति अमरनाथ केशरवानी व न्यायमूर्ति वीरेन्द्र द्विवेदी की ने मामले की सुनवाई शुक्रवार को की जिक्से बाद हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट को इस प्रकरण में हस्तक्षेप से मना कर दिया है।
भ्रष्टाचार के आरोप
याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि एक कोचिंग सेंटर के आठ छात्रों के नाम व रोल नंबर एक समान हैं। टाप-13 अभ्यर्थियों के रोल नंबर आसपास होने को लेकर सवाल खड़ा किया है। इसके आलावा सभी छात्रों को परीक्षा में शत-प्रतिशत अंक मिले हैं। भोपाल व जबलपुर के छात्राओं की ओर से इस मामले में नीट-यूजी परीक्षा कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए के रिजल्ट को भी दायरे में रखा है।
जबलपुर निवासी अमीषी वर्मा के वकील आदित्य संघी ने बताया जुलाई के पहले सप्ताह में याचिका पर सुनवाई होगी। दरअसल, अमीषी को 720 में से 615 अंक प्राप्त हुए थे। उन्हें व्यक्तिगत व विशेषज्ञों की गणना के अनुसार अधिक अंक मिलने की उम्मीद थी। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने नीट परीक्षा की उच्च स्तरीय जांच, नीट परीक्षा रद करने और रिकॉर्ड सीज करने की मांग की है।