Bihar News: पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर गुरुवार को पटना स्थित बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित समारोह में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और भाजपा सांसद संजय जायसवाल समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. इस अवसर पर भाजपा ने बिहार की महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं और कांग्रेस-राजद पर जमकर तंज कसा.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को साधने की कवायद तेज हो गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 सितंबर को वर्चुअली ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का शुभारंभ करेंगे। योजना के तहत पहली किस्त में राज्य की 75 लाख महिलाओं के खाते में सीधे 10-10 हजार रुपये ट्रांसफर किए जाएंगे।
सरकार का दावा है कि अब तक 1 करोड़ 11 लाख से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया है, जिनमें सबसे बड़ी संख्या ग्रामीण इलाकों की है। इसे लेकर राज्य सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारियां की हैं। सभी 38 जिलों, 534 प्रखंडों और 70 हजार से अधिक ग्राम संगठनों में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण होगा। सरकार ने इसे गांव-गांव उत्सव की तरह मनाने का ऐलान किया है।
सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि कल बिहार के 70 लाख परिवारों की महिलाओं के बैंक खाते में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत 10,000 रुपये की राशि जमा की जाएगी. इसके अलावा, भविष्य में हर परिवार को 2,00,000 रुपये तक का लाभ भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलाओं के लिए यह कदम उठाया गया है. विपक्ष को इसके बराबर काम करने के लिए 10 साल सोचना पड़ेगा.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने समाज के हर वर्ग को जोडऩे का काम किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव के समय झूठे वादे करती है और विकास के कामों का लाभ लेने के बजाय भ्रम फैलाती है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 70-80 साल में अति पिछड़े समाज की ओर कांग्रेस ने ध्यान नहीं दिया, और अब भी उनकी सोच में बदलाव नहीं है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि योजना का शुभारंभ नवरात्र के मौके पर करना, आस्था और सशक्तिकरण दोनों को जोड़ने की कोशिश है। एनडीए इसे महिला वोट बैंक को मज़बूत करने का साधन मान रहा है। वहीं, विपक्षी दल इसे चुनावी स्टंट और फ्रीबी पॉलिटिक्स बता रहे हैं। आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह केवल चुनाव से पहले महिलाओं को लुभाने की रणनीति है।
राजनीति के जानकारों का कहना है कि अब महिला मतदाता सिर्फ़ सहभागी नहीं, बल्कि बिहार की सत्ता की कुंजी बन चुके हैं। यही कारण है कि एनडीए की महिला टोली घर-घर जाकर इस योजना और अन्य उपलब्धियों का प्रचार कर रही है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का दावा है कि यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ एनडीए की जीत में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
योजना की लॉन्चिंग के साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय स्तर पर भी हलचल तेज़ है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 26 और 27 सितंबर को एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे अररिया, सारण और वैशाली में बैठकें करेंगे और आसपास के जिलों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। महज़ 10 दिनों में शाह का यह दूसरा दौरा होगा, जिससे साफ है कि पार्टी ने चुनावी अभियान को पूरी ताकत से धार देने की रणनीति बना ली है।