गर्दन के दर्द को न करें नज़रअंदाज़ – हो सकता है सर्वाइकल

By: PalPal India News
June 29, 2025

क्या आपकी गर्दन में अकड़न या दर्द बना रहता है? क्या ये दर्द कंधों और हाथों तक फैल जाता है? अगर हां, तो आप अकेले नहीं हैं। यह सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस का संकेत हो सकता है — एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या, खासकर उनके लिए जो लंबे समय तक कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन पर काम करते हैं।


क्या है सर्वाइकल दर्द?

हमारी गर्दन में कुल 7 हड्डियाँ होती हैं, जिन्हें सर्वाइकल वर्टिब्रा कहा जाता है। ये सिर का वजन उठाने और गर्दन की हरकतों को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाती हैं। जब इन हड्डियों या उनके बीच की डिस्क्स में घिसाव, सूजन या अकड़न आती है, तो उसे ही हम सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस कहते हैं।

इसे ऐसे समझें – जैसे किसी मशीन का कोई हिस्सा ज्यादा इस्तेमाल होने या गलत तरीके से उपयोग होने पर खराब हो जाता है, ठीक वैसा ही गर्दन के साथ भी होता है।


सर्वाइकल दर्द के प्रमुख कारण

  1. गलत पोस्चर – लंबे समय तक झुककर बैठना या मोबाइल स्क्रीन पर टिके रहना।

  2. उम्र बढ़ना – उम्र के साथ हड्डियों और जोड़ों का घिसाव स्वाभाविक है।

  3. गलत ढंग से सोना – बहुत ऊंचा तकिया या पेट के बल सोना गर्दन पर दबाव डालता है।

  4. कमजोर मांसपेशियाँ – नियमित व्यायाम की कमी से मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं।

  5. पुरानी चोटें – कोई पुरानी गर्दन की चोट भी दर्द का कारण बन सकती है।

  6. तनाव – मानसिक तनाव में अक्सर लोग अनजाने में गर्दन और कंधे की मांसपेशियाँ कस लेते हैं।


कैसे पहचानें कि यह सर्वाइकल ही है?

  • गर्दन में लगातार दर्द या अकड़न

  • गर्दन घुमाते समय “कट-कट” की आवाज़

  • दर्द का कंधे, हाथ और उंगलियों तक जाना

  • उंगलियों में झुनझुनी या सुन्नपन

  • सिर के पिछले हिस्से से शुरू होने वाला सिरदर्द

  • कभी-कभी चक्कर आना या संतुलन बिगड़ना


घरेलू उपाय जो ला सकते हैं राहत

  1. गर्म या ठंडी सिकाई – दर्द और सूजन कम करने के लिए गर्म पानी की थैली या बर्फ का इस्तेमाल करें।

  2. बैठने का सही तरीका अपनाएं – कंप्यूटर की स्क्रीन आंखों के लेवल पर हो, कुर्सी पर सीधा बैठें और हर 30-40 मिनट में हल्का टहलें।

  3. सही तकिया चुनें – पतला और गर्दन को सपोर्ट देने वाला तकिया इस्तेमाल करें।

  4. हल्के व्यायाम करें:

    • चिन टक: ठोड़ी को धीरे से पीछे खींचें और 5 सेकंड रुकें।

    • गर्दन घुमाना: दाएं और बाएं धीरे-धीरे गर्दन घुमाएं।

    • गर्दन झुकाना: ठोड़ी को छाती से लगाने की कोशिश करें।
      (ध्यान दें: व्यायाम करते समय कोई झटका न दें, और दर्द बढ़े तो रुक जाएं)


कब दिखाएं डॉक्टर को?

  • अगर दर्द लगातार बना हुआ है

  • घरेलू उपायों से राहत नहीं मिल रही

  • हाथों या पैरों में कमजोरी या सुन्नपन बढ़ता जा रहा है

  • चक्कर आना या संतुलन में दिक्कत महसूस हो रही है

डॉक्टर सही जांच कर फिजियोथेरेपी, दवाएं या अन्य इलाज की सलाह दे सकते हैं।

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