Hapur News: सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो को देखकर लोग तब हैरान रह गए. जब एक मरीज के पेट से निकली चीजों को देखकर डॉक्टर की आखें फटी की फटी रह गई. हापुड़ के प्राइवेट अस्पताल में एक अजीबोगरीब केस देखकर डॉक्टर के भी होश उड़ गए। पेट में तकलीफ की शिकायत के बाद 39 वर्षीय एक मरीज को हापुड़ के देवनंदनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जहां एक मरीज के पेट से डॉक्टरों ने 29 चम्मच, 19 टूथब्रश और 2 पेन जैसी ढेरों चीजें निकालीं. पहली नजर में तो यह किसी फिल्म की अजीब-सी कहानी लगती है, लेकिन इसके पीछे छुपा है एक बड़ा सच मेंटल हेल्थ की परेशानी. डॉक्टरों द्वारा जांच करने पर सामने आई टेस्ट रिपोर्ट ने अस्पताल के डॉक्टरों के भी होश उड़ा दिए। विभिन्न टेस्ट करने के बाद डॉक्टरों द्वारा इस युवक के पेट में भारी मात्रा में मेटल और प्लास्टिक होने की पुष्टि की गई ।
इसके बाद डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन करते हुए युवक के पेट से 28 स्टील की चम्मच, 19 टूथब्रश और दो पेन बाहर निकले। डॉक्टरों द्वारा करीब साढ़े तीन घंटे तक किए गए इस ऑपरेशन के बाद इस युवक की जान बचा ली गई। युवक की स्थिति अब सामान्य है।
जनपद बुलंदशहर के निवासी 39 वर्षीय सचिन द्वारा गुस्से में यह खौफनाक कदम उठाया गया था। उसने गुस्से में आकर 28 चम्मच और टूथब्रश सहित करीब 50 चीज खा कर उनको निगल लिया था। मरीज के परिजनों द्वारा डॉक्टर को जानकारी दी गई थी। परिजनों द्वारा सचिन को नशे की लत के चलते नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। नशा न मिलने के चलते गुस्से में आकर सचिन ने चम्मच टूथब्रश और पेन आदि मिलाकर कुल 50 चीज खा ली। जिनके पेट में पहुंचने के बाद उसे भारी पीड़ा होने लगी और मरीज को हापुड़ के देवनंदनी अस्पताल तक परिजनों द्वारा इलाज के लिए लाया गया ।
सचिन को 16 सितंबर को हापुड़ के देवनंदनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जांच रिपोर्ट के बाद 17 सितंबर को डॉक्टरों की टीम ने इस युवक का ऑपरेशन किया था । करीब साढ़े तीन घंटे के ऑपरेशन के बाद इस युवक के पेट से मेटल और प्लास्टिक की 50 चीजें डॉक्टरों की टीम ने बाहर निकली। सफलतापूर्वक ऑपरेशन करने वाली डॉक्टरों की टीम द्वारा इस ऑपरेशन को करने के बाद इसकी जानकारी प्रेस वार्ता के माध्यम से साझा की गई है।
देवनंदनी अस्पताल के प्रमुख डॉक्टर श्याम द्वारा बताया गया कि इस मरीज को 16 सितंबर को अस्पताल लाया गया था। विभिन्न टेस्ट करने के बाद 17 तारीख को उसका ऑपरेशन किया गया और इस मरीज की जान बचा ली गई। डॉक्टर श्याम कुमार ने बताया कि इस प्रकार का अति दुर्लभ मामला अब से करीब 14 साल पहले भी उनके द्वारा ऑपरेट किया गया था, जिसमें एक मरीज को बाल खाने की आदत थी जिससे उसका पेट बालों से भर गया था। ऑपरेशन करने के बाद उनके द्वारा बालों के एक बड़े गुच्छे को मरीज के पेट से निकल गया था।
लेकिन यह ऑपरेशन अपने आप में अनेक चुनौतियों से भरा था क्योंकि इसमें मेटल की चम्मच, टूटे हुए टूथब्रश और प्लास्टिक के नुकीले पेन शामिल थे। इससे मरीज को हर पल जान का खतरा बना हुआ था। इस प्रकार के ऑपरेशन को सफलतापूर्वक करके उन्होंने मरीज के साथ-साथ लोगों को भी एक आशा की उम्मीद दी है। इस प्रकार के अति दुर्लभ मामलों की केस स्टडी भविष्य के डॉक्टरों और मरीजों के लिए भी बेहद उपयोगी साबित होगी। 16 तारीख को भर्ती किए गए सचिन को ऑपरेशन के बाद 23 सितंबर को डिस्चार्ज कर दिया गया जो अपने घर पर अब स्वस्थ है।
[…] रहा और चलने-फिरने में असमर्थ हो गया था. डॉक्टरों ने उसे लकवाग्रस्त तक घोषित कर दिया था. […]