तेहरान. ईरान की संसद ने एक अहम कदम उठाते हुए होरमुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) को बंद करने का फैसला किया है. यह फैसला अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बमबारी के जवाब में लिया गया है. ईरान की सरकारी मीडिया Press TV ने इस खबर की पुष्टि की है. होरमुज जलडमरूमध्य को दुनिया के सबसे अहम तेल-गैस रूट्स में से एक माना जाता है. यहां से दुनिया की कुल तेल और गैस सप्लाई का पांचवां हिस्सा होकर गुजरता है. यह जलमार्ग फारस की खाड़ी को अरब सागर और हिंद महासागर से जोड़ता है.
इसकी चौड़ाई महज 33 किलोमीटर है, लेकिन असली शिपिंग लेन सिर्फ 3-3 किलोमीटर चौड़ी होती है. इसी वजह से यह क्षेत्र हमेशा से हमलों और ब्लॉकेज के लिए संवेदनशील रहा है.
ईरान के इस फैसले से सऊदी अरब, इराक, कुवैत, यूएई और कतर जैसे देशों की तेल आपूर्ति पर गहरा असर पड़ सकता है, क्योंकि इन देशों का अधिकांश कच्चा तेल इसी रूट से होकर जाता है. बाजार में इसका सीधा असर भी दिखने लगा है. विशेषज्ञों के मुताबिक, इस कदम से तेल की कीमतें $80 प्रति बैरल तक जा सकती हैं.हालांकि, भारत की पेट्रोलियम कंपनियां और सरकार इस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं ले रही हैं.