तेहरान। ईरान और अमेरिका के बीच तनाव अब सीधे टकराव में बदलता दिख रहा है। सोमवार को अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हवाई हमले के जवाब में, ईरान ने कतर में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर छह मिसाइलें दागीं। मिसाइल हमलों के बाद कतर की राजधानी दोहा में जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे पूरे शहर में अफरा-तफरी और दहशत फैल गई।
इस हमले की जानकारी सबसे पहले Axios ने दी, जिसमें एक इजरायली अधिकारी के हवाले से बताया गया कि ईरान ने अमेरिका के कतर स्थित सैन्य अड्डों को निशाना बनाया है। Reuters और AFP की रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोहा के आसमान में धमाकों की गूंज सुनाई दी और लोग दहशत में सड़कों पर निकल आए।
हमले की आशंका को देखते हुए कतर ने सोमवार को “सुरक्षा कारणों” का हवाला देते हुए अपना हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिया। अमेरिकी और ब्रिटिश दूतावासों ने अपने नागरिकों को ‘जहां हैं वहीं रहें’ (Shelter in Place) का सख्त निर्देश जारी कर दिया। साथ ही दोहा के सभी स्कूलों, विश्वविद्यालयों और सरकारी दफ्तरों ने कर्मचारियों और छात्रों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी। पूरे शहर में हाई अलर्ट लागू कर दिया गया है।
कतर में स्थित अल उदीद एयरबेस अमेरिका का मध्य पूर्व में सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है। यहां से अमेरिका अपनी कई महत्वपूर्ण सैन्य गतिविधियां संचालित करता है। ईरान का हमला इसलिए भी गंभीर माना जा रहा है क्योंकि यह वाशिंगटन और तेहरान के बीच संभावित युद्ध का संकेत हो सकता है।
इससे पहले ईरान ने साफ चेतावनी दी थी कि अगर उसके परमाणु ठिकानों पर हमला हुआ तो वह करारा जवाब देगा। सप्ताहांत में अमेरिका ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान जैसे प्रमुख परमाणु स्थलों पर 30,000 पाउंड वजनी बंकर बस्टर बमों से हमला किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस कार्रवाई के बाद कहा था, “ईरानी सरकार का अंत अब निकट है।”