नई दिल्ली. इजराइल ने ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक बड़ा सैन्य अभियान चलाते हुए यमन के तीन प्रमुख बंदरगाहों और एक पावर स्टेशन पर तीव्र और सुनियोजित हवाई हमले किए हैं। इजरायली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने पुष्टि की है कि ये हमले हूती गुट द्वारा इजराइल और अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्गों पर हो रहे लगातार ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में किए गए।
IDF के अनुसार, यमन के हुदैदाह, रास इसा और सलीफ बंदरगाहों के साथ-साथ रास अल-कतीब स्थित एक पावर स्टेशन को निशाना बनाया गया। बताया गया है कि ये सभी स्थान हूतियों द्वारा हथियारों की तस्करी और आतंकी गतिविधियों की योजना बनाने के लिए उपयोग में लाए जा रहे थे।
इस हमले में एक विशेष लक्ष्य “गैलेक्सी लीडर” नामक जहाज भी शामिल था, जिसे नवंबर 2023 में हूतियों ने अपहृत कर लिया था। अब इसका इस्तेमाल समुद्री निगरानी और आतंकी साजिशों के संचालन में किया जा रहा था।
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने हमले को “गंभीर और तीव्र” बताते हुए चेतावनी दी कि, “जो भी इजराइल पर हमला करेगा, उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। हूती विद्रोहियों को भी उनके कृत्यों का खामियाजा भुगतना होगा।”
IDF ने हवाई हमले से पहले सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकों को चेतावनी देते हुए कहा था कि वे तुरंत इन इलाकों को खाली कर दें। IDF के अरबी प्रवक्ता कर्नल अविचाय अद्रई ने ट्वीट कर स्पष्ट संदेश दिया कि ये कार्रवाई सैन्य ठिकानों पर केंद्रित होगी, इसलिए आम नागरिक अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें।