येरूशलम: ‘येरूशलम डे’ के मौके पर सोमवार को दक्षिणपंथी इजरायली समूहों ने अल-अक्सा मस्जिद परिसर और संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी (UNRWA) के एक कार्यालय पर धावा बोल दिया। यह दिवस 1967 के युद्ध के दौरान पूर्वी येरूशलम पर इजरायल के कब्जे की वर्षगांठ के तौर पर मनाया जाता है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्च के दौरान दक्षिणपंथी समूहों ने भड़काऊ नारों जैसे “अरब मुर्दाबाद” और “तुम्हारे गांव जल जाएं” का इस्तेमाल किया। पुराने शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में हजारों इजरायली पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, क्योंकि यहां बस्तियों में रहने वाले उपनिवेशवादियों द्वारा अक्सर फिलिस्तीनियों और उनकी दुकानों को निशाना बनाया जाता है।
इजरायली झंडों के साथ जुलूस निकाल रहे कुछ युवाओं ने न केवल राह चलते फिलिस्तीनी नागरिकों, दुकानदारों और स्कूली बच्चों पर हमला किया, बल्कि इजरायली मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को भी नहीं बख्शा। पुलिस ने इस दौरान दो युवकों को हिरासत में लिया है। इस बीच, इजरायली सांसद यूलिया मालिनोव्स्की समेत कुछ लोगों ने पूर्वी येरूशलम में स्थित UNRWA के कार्यालय पर भी धावा बोला। इजरायल सरकार पहले ही इस एजेंसी पर प्रतिबंध लगा चुकी है, जिससे गाजा और अन्य क्षेत्रों में पिछले 70 वर्षों से चल रही इसकी मानवीय सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
स्थिति गंभीर
इस पूरे घटनाक्रम ने येरूशलम में तनाव और बढ़ा दिया है। जानकारों का कहना है कि धार्मिक स्थलों और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को इस तरह निशाना बनाना शांति की कोशिशों को नुकसान पहुंचा सकता है।