तेहरान। ईरान और इजरायल के बीच तनाव अब खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। शुक्रवार को ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि ईरान इस हमले का ऐसा जवाब देगा, जिसे इजरायल कभी भूल नहीं पाएगा। राष्ट्रपति ने कहा, “शत्रु को अपने मूर्खतापूर्ण कदम पर पछताना पड़ेगा। ईरानी जनता और सरकार इस अपराध के खिलाफ कभी चुप नहीं बैठेंगी।“
जानकारी के मुताबिक, इजरायली सेना ने ईरान के करीब 100 ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिनमें मुख्य रूप से परमाणु सुविधाएं और शीर्ष सैन्य ठिकाने निशाना बनाए गए। इन हमलों में ईरानी सशस्त्र बलों के प्रमुख जनरल मोहम्मद बाघेरी और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी की मौत हो गई। यह ईरान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
ईरानी सेना ने साफ कर दिया है कि अब उनके जवाबी हमले की कोई सीमा नहीं होगी। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई ने भी इजरायल को “कड़वी और दर्दनाक” सजा भुगतने की चेतावनी दी है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इस हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र को पत्र भेजा है और इसे “युद्ध की घोषणा” करार दिया। उन्होंने सुरक्षा परिषद से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। ईरान ने अमेरिका को भी चेताया है कि यदि इस संघर्ष में अमेरिकी हितों या कर्मियों को नुकसान पहुंचा, तो अमेरिका भी जिम्मेदार माना जाएगा।